रूममेट सिंड्रोम के कारण रिश्तो में दरार आती है
ऐसा अक्सर होता है की कुछ समय बाद पति पत्नी या फिर किसी भी रोमांटिक जोड़े के बिच में प्यार कम होने लगता है ऐसा उनके बीच में भावनात्मक लगाव कम होने के कारण होता है धीरे धीरे फिर उनके बिच में शारीरिक सम्बन्ध बनने भी कम हो जाते है और लेकिन परिवार तथा ज़माने के दवाव के कारण वह लोग अलग नहीं हो पाते है
लेकिन उनके बिच का प्यार ऐसे खत्म क्यों हो जाता है , और प्यार खत्म होने के बाद उनका एक ही छत के नीचे रहना या फिर एक साथ खाना खाना भी मुश्किल हो जाता है और उनके बीच में झगड़े होना शुरू हो जाते है। जब भी वह मजबूरी में एक साथ रहे तो दुनिया को दिखाने के लिए तो वह एक साथ होते है
लेकिन अंदर से वह बस इस रिश्ते को बोझ की तरह धो रहे होते है। वैसे यह कोई नयी समस्या नहीं है इसको ही विज्ञानं की लैंग्वेज में रूममेट सिंड्रोम कहते है और यह बहुत से कारण से रिश्तो में पनप सकता है लेकिन जब भी यह सिंड्रोम पनपने लगता है तो कपल के बीच के रिश्ते ख़राब हो जाते है और उनके जीवन के अनार यह काफी नकारात्मक प्रभाव डालता है।
- Top 9 Video Calling Apps for Android 2024 Check it Out
- This Top 5 Best Hot Video Calling Apps 2024 will Blow Your Mind
जैसे जैसे इस धरती पर काम का बोझ बढ़ता जा रहा है उसी प्रकार लोगो के मन से एक दूसरे के लिए प्यार और भी ज्यादा कम होते जा रहा है , चलिए आज हम जानते है की यह रूम सिंड्रोम आखिर क्या है और इससे कैसे बचा जा सकता है ,
रूममेट सिंड्रोम क्या है
वैसे रूममेट सिंड्रोम से तात्पर्य है जब भी कोई कपल या फिर रोमांटिक जोड़ा एक ही छत के नीचे रहने के बाबजूद भी एक दूसरे के साथ किसी भी प्रकार का फिजिकल या फिर इमोशनल रिश्ता नहीं रखते है इसको हम रूममेट सिंड्रोम कहते है। इस स्थिति में रूममेट्स आपस में एक पडोसी की तरह व्यवहार करने लगते है वह एक साथ तो रहते है लेकिन दोनों को एक दूसरे के प्रति कोई भी लगाव नहीं होता है।
किसी भी रिश्ते में यह रूममेट सिंड्रोम अचानक से नहीं आता है जब भी पार्टनर एक दूसरे के साथ लम्बे समय तक बात नहीं करते है या फिर एक दूसरे से झगरने लगते है तो यह रूममेट सिंड्रोम धीरे धीरे अपनी जगह पक्की करने लगता है और धीरे धीरे रिश्ते में थकान होने लगती है इससे रिश्तो का प्यार पूरी तरह से खत्म होने लगता है
ऐसे में रिश्तो का खत्म होजाना सही होता है लेकिन समाज के डर और परिवार की निंदा न हो इसके चक्कर में जबरदस्ती के रिश्ते निभाए जाते है। ज्यादा तर पति पत्नी जब एक दूसरे के साथ रिस्ते नहीं बनाते है तो वह एक दूसरे की किसी भी चीज में कोई भी प्रकार का बाधा नहीं डालते है और दोनों अपनी मर्जी के हिसाब से काम करते है वह दोनों बस एक छत के निचे तो रह रहे है किन्तु उनके बिच में किसी भी प्रकार का कोई भी लगाव नहीं है।
एक समय बाद वह इसे अपनी जिंदगी का हिस्सा मान लेते है और एक साथ रहते तो है लेकिन उनके बिच में कोई भी स्नेह या फिर भावनात्मक लगाव नहीं होता है।
रूमटे सिंड्रोम को पनपने की कुछ वजह
- पार्टनर एक दूसरे एक साथ ठीक से बात करना बंद कर देते है
- पार्टनर एक दूसरे की फीलिंग्स को समझना बंद कर देते है।
- उनके बिच में ग़लतफहमी पनपने लगती है और उनके बीच में भरोसा नहीं रहता है।
- किसी और के प्रति लगाव बढ़ जाना।
- सेक्सुअल इच्छाओ को पूरा न कर पाना।
- एक दूसरे में कुछ ज्यादा ही शक करना।
- एक दूसरे को साइलेंट ट्रीटमेंट देना।
- एक दूसरे के साथ वक्त न गुजारना।